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कृषि क्षेत्र का विविधीकरण

29 Aug, 2022

चर्चा में क्यों ?

हाल ही में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ऊर्जा की कमी का सामना कर रहे भारत को अपने कृषि क्षेत्र का विविधीकरण ऊर्जा एवं बिजली क्षेत्रों में भी करने की जरूरत है।

मुख्य बिंदु :-

  • उन्होंने नेशनल कोजनरेशन अवार्ड 2022 समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि देश को अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए हर साल बड़ी राशि आयात पर खर्च करनी पड़ती है। 
  • हम हर साल पेट्रोल, डीजल एवं अन्य पेट्रोलियम उत्पादों के आयात पर 15 लाख करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं। ऐसे में अब समय आ गया है कि हम कृषि क्षेत्र का विविधीकरण ऊर्जा एवं बिजली क्षेत्र की तरफ भी करें।
  • उन्होंने उद्योग जगत से वैकल्पिक ईंधनों पर ध्यान केंद्रित करने का अनुरोध करते हुए कहा कि भविष्योन्मुख प्रौद्योगिकी की सहायता से कृषि क्षेत्र का विविधीकरण किया जा सकता है।
  • हमारी 65-70 प्रतिशत आबादी कृषि पर ही निर्भर है लेकिन हमारी कृषि वृद्धि दर सिर्फ 12 13 प्रतिशत है। अगला कदम सह-उत्पादन का होना चाहिए।
  • उद्योग को कम चीनी और अधिक उप-उत्पादों का उत्पादन करना चाहिए जिसमें भविष्योन्मुखी प्रौद्योगिकी के लिए दृष्टिकोण और ज्ञान को पूंजी में बदलने वाला नेतृत्व भी हो।
  • इस साल के लिए देश को 280 लाख टन चीनी के उत्पादन की ही जरूरत थी लेकिन 360 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है।
  • अधिक चीनी उत्पादन के बजाय एथेनाल पैदा करने पर अधिक ध्यान देना चाहिए। इसके साथ ही उद्योग जगत को एथेनाल की मांग बढ़ाने के तरीकों पर ध्यान देना चाहिए।
  • सरकार ने देश में फ्लेक्स ईंधन से चलने वाले इंजन लाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि बजाज, हीरो और टीवीएस जैसी वाहन कंपनियां पहले से ही फ्लेक्स इंजन बना रही हैं और कई कार कंपनियों ने भी फ्लेक्स इंजन से चलने वाले माडल लाने का वादा किया है। 

Source – FE

Nirman IAS (Surjeet Singh)

Current Affairs Author