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जम्मू-कश्मीर का पहला 'दुग्ध गांव'

21 Jan, 2022

चर्चा में क्यों ?

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले के जेरी(झेड़ी) गाँव को प्रदेश का पहला 'दुग्ध गांव' घोषित किया गया। 

मुख्य बिंदु :-

  • रियासी जिले का झेड़ी गांव जम्मू कश्मीर का पहला दुग्ध गांव बन गया है। प्रदेश प्रशासन ने इसे दुग्ध गांव घोषित कर यहां 57 और डेयरी फार्म खोलने को मंजूरी दे दी है।
  • उल्लेखनीय है की झेड़ी गांव में लोगों के निजी स्तर पर 73 डेयरी हैं। इन डेयरियों में 370 गाय पाली गई हैं। इन किसानों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
  • इस गांव की 11 महिलाओं की एक सहकारी समिति भी बनाई गई है। यह महिलाएं डेयरी फार्म से दूध इकट्ठा कर आगे के प्रतिष्ठानों तक पहुंचाएगी। गांव में ऐसी ही और भी समितियां भी बनाई जाएंगी।
  • अब एकीकृत डेयरी विकास योजना (IDDS) के तहत गांव में डेयरी फार्म की 57 और इकाइयों को स्वीकृति मिल गई है। इस योजना के तहत पांच मवेशियों की डेयरी इकाई को खोलने के लिए 50 प्रतिशत का अनुदान दिया जाता है।
  • इसमें सरकार की तरफ से पशुओं की सुरक्षा गारंटी के अलावा जरूरी संसाधनों की खरीदारी में भी सब्सिडी दी जाएगी। इनमें पनीर, खोया आइसक्रीम, मक्खन, घी सहित अन्य दुग्ध उत्पादन बनाने की मशीनों के अलावा मिल्क वैन की खरीद भी शामिल है।

एकीकृत डेयरी विकास योजना (IDDS) के बारे में –

  • एकीकृत डेयरी विकास परियोजना (IDDS) वर्ष 1993-94 में देश के दुग्ध उत्पादन में पिछड़े और पहाड़ी इलाकों में शुरू की गई थी
  • परियोजना का उद्देश्य स्थानीय दूध उत्पादन को बढ़ाकर परियोजना क्षेत्रों में दूध की आपूर्ति बढ़ाना है, साथ ही उत्पादन, संबंधित गतिविधियों को एकीकृत करके इसके विपणन की सुविधा प्रदान करना
  • दूध का उत्पादन, संग्रह, द्रुतशीतन, प्रसंस्करण और बिक्री, लाभकारी सुनिश्चित करना,दुग्ध उत्पादकों को कीमतें और उनकी आय, रोजगार और पोषण मानको में वृद्धि करना है।

Source – All India Radio

 

Nirman IAS (Surjeet Singh)

Current Affairs Author