NCAER Report on Agricultural Machinery Industry in India

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भारत में कृषि मशीनरी उद्योग पर NCAER रिपोर्ट

09 Feb, 2023

चर्चा में क्यों ?

हाल ही में राष्ट्रीय अनुप्रयुक्त आर्थिक अनुसंधान परिषद (NCAER) ने 'कृषि कार्य मशीनीकरण उद्योग में भारत को वैश्विक हब बनाने' पर नवीनतम रिपोर्ट जारी की।

मुख्य बिंदु :-

  • NCAER ने गैर-ट्र्रैक्टर कृषि मशीनरी उद्योग से संबंधित मांग और आपूर्ति दोनों पक्षों का गहराई से विश्लेषण किया है। क्षेत्र की चुनौतियों को सामने रखने के साथ ही रिपोर्ट में वैश्विक प्रथाओं को बेंचमार्क मानते हुए उपायों और सुधारों की भी सिफारिश की गई है।
  • कई महत्वपूर्ण बातों के अलावा, यह रिपोर्ट इस बात पर जोर देती है कि भारत को गैर-ट्रैक्टर कृषि मशीनरी में खुद को उत्पादन और निर्यात हब में बदलने के लिए अगले 15 वर्षों के लिए एक विजन की आवश्यकता है।

रिपोर्ट के बारे में  

  • इस रिपोर्ट में बताया गया है की उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के साथ ही नुकसान कम करने के लिए समय पर कृषि कार्यों के लिए पर्याप्त बिजली का होना महत्वपूर्ण है।
  • फसलों की अधिकता होने से, एक फसल का निश्चित समय भी बहुत कम हो गया है, ऐसे में बाद की फसल के लिए समय पर कृषि कार्यों को पूरा करने के लिए पर्याप्त बिजली की जरूरत होती है।
  • वैसे, हम कृषि मशीनीकरण में काफी प्रगति देख रहे हैं, लेकिन इसका प्रसार पूरे देश में एकसमान नहीं है। साल 2018-19 में कृषि के लिए बिजली की उपलब्धता 2.49 किलोवाट/हेक्टेयर रही, जो कोरिया (+7 किलोवाट/हेक्टेयर), जापान (+14 किलोवाट/हेक्टेयर), अमेरिका (+7 किलोवाट/हेक्टेयर) की तुलना में बहुत कम है।
  • एमओएस ने कहा कि भारत में कृषि मशीनीकरण को बढ़ावा देने के लिए उद्योग के उत्कृष्ट कार्यों की सराहना की जानी चाहिए। उपयुक्त तकनीकों को लाने और विकसित करने, जागरूकता फैलाने के साथ ही उपयोगकर्ताओं के लिए कृषि उपकरणों को ज्यादा किफायती बनाने की दिशा में उद्योगों का उत्साह और नवाचार जबर्दस्त है।
  • सरकार किसानों द्वारा कृषि बिजली का इस्तेमाल बढ़ाने और इसके परिणामस्वरूप कृषि दक्षता में वृद्धि के लिए योजनाओं को लागू कर रही है, इसके साथ ही सरकार का यह भी प्रयास है कि इन योजनाओं का बेहतरीन परिणाम मिले। इस संबंध में, योजनाओं के प्रभाव को लेकर अध्ययन और थर्ड पार्टी ऑडिट नियमित रूप से किए जा रहे हैं।
  • यह रिपोर्ट वैश्विक प्रथाओं को बेंचमार्क मानते हुए कुछ उपायों और सुधारों की भी सिफारिश करती है, नीति निर्माताओं की टीम कृषि मशीनीकरण के सर्वोत्तम समाधान के लिए इस पर गौर करेगी।

Source - PIB

Nirman IAS (Surjeet Singh)

Current Affairs Author