सागर सम्राट मोबाइल ऑफशोर प्रोडक्शन यूनिट
30 Jan, 2023
चर्चा में क्यों ?
हाल ही में केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ओएनजीसी के प्रतिष्ठित सागर सम्राट को एक मोबाइल ऑफशोर प्रोडक्शन यूनिट के रूप में राष्ट्र को पुन: समर्पित किया
मुख्य बिंदु :-
-
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और आवास और शहरी विकास मंत्री श्री हरदीप सिंह पुरी ने आज (28 जनवरी, 2023) तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के प्रतिष्ठित ड्रिलिंग रिग सागर सम्राट को मोबाइल ऑफशोर प्रोडक्शन यूनिट (एमओपीयू) के रूप में फिर से समर्पित किया।
-
उन्होंने ओएनजीसी से समयबद्ध सुपुर्दगी और दक्षता पर केंद्रित केपीआई शुरू करने का आग्रह किया, जिसमें 'अभी तक नहीं खोजा गया' क्षेत्र को उत्पादन परिसंपत्तियों में परिवर्तित करने और आर एंड डी और अन्वेषण में निवेश करने पर जोर दिया गया है।
-
भारत की ऊर्जा मांग 2040 तक 3% प्रति वर्ष की दर से बढ़ने की उम्मीद है और सरकार 2025 तक 0.5 मिलियन वर्ग किमी और 2030 तक 1 मिलियन वर्ग किमी तक अन्वेषण क्षेत्र बढ़ाने का इरादा रखती है।
-
केंद्रीय मंत्री ने ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, उत्पादन साझा अनुबंध व्यवस्था और एक राष्ट्रीय डेटा रिपॉजिटरी की स्थापना सहित सरकार की नीतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने आगामी भारत ऊर्जा सप्ताह के लिए सभी हितधारकों को आमंत्रित किया।
सागर सम्राट एमओयूपी के बारे में:
-
1973 में कमीशन हुए सागर सम्राट को जापान में मित्सुबिशी यार्ड में बनाया गया था और 3 अप्रैल 1973 को हिरोशिमा से यह रवाना हुआ था। इसने 1974 में अरब सागर के मुंबई अपतटीय क्षेत्र में ओएनजीसी का पहला ऑफशोर वेल खोदा, जिसे तब बॉम्बे हाई कहा जाता था।
-
सागर सम्राट ने ग्लोबल ऑयल मैप पर भारत के तेल भाग्य को बदल दिया। 32 वर्षों में, सागर सम्राट ने लगभग 125 कुएँ खोदे हैं और भारत में 14 प्रमुख ऑफशोर तेल और गैस खोजों में शामिल रहा है।
-
प्रारंभ में एक जैक-अप ड्रिलिंग रिग, सागर सम्राट को अब एक मोबाइल ऑफशोर प्रोडक्शन यूनिट में परिवर्तित कर दिया गया है।
-
टेक्सास में स्थित ब्रिटिश इंजीनियरिंग और परामर्श समूह वुड ग्रुप की मस्टैंग यूनिट ने जहाज के रूपांतरण के लिए फ्रंट-एंड इंजीनियरिंग और डिजाइन का काम किया है।
-
एमओपीयू सागर सम्राट ने 23 दिसंबर 2022 को उत्पादन शुरू किया। पोत वर्तमान में वेस्टर्न ऑफशोर(डब्ल्यूओ)-16 क्षेत्र में तैनात है, जो मुंबई से 140-145 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है।
-
76 मीटर पानी की गहराई में ओएनजीसी के मौजूदा डब्ल्यूओ-16 वेल हेड प्लेटफॉर्म (डब्ल्यूएचपी) के निकट स्थित, पोत डब्ल्यूओ क्लस्टर में सीमांत क्षेत्रों से उत्पादन में सहायक होगा जिससे पश्चिमी अपतट से उत्पादन में वृद्धि होगी।
-
एमओपीयू को प्रति दिन 20,000 बैरल कच्चे तेल को संभालने के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसकी अधिकतम निर्यात गैस क्षमता 2.36 मिलियन क्यूबिक मीटर प्रति दिन है।
Source – PIB
Nirman IAS (Surjeet Singh)
Current Affairs Author