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अन्न भंडारण के लिए साइलोज

24 Aug, 2022

चर्चा में क्यों ?

खाद्यान्न भंडारण क्षमता बढ़ाने के लिए एक करोड़ टन से अधिक क्षमता वाले आधुनिक टेक्नोलाजी से लैस गोदाम स्थापित किए जाएंगे।

मुख्य बिंदु :-

  • इसके लिए देश के उन हिस्सों को चिह्नित किया गया है, जहां खाद्यान्न भंडारण की सुविधा बहुत कम है। तलाशी गई ऐसी लगभग ढाई सौ लोकेशन को प्राथमिकता दी जाएगी।
  • खाद्यान्न भंडारण के बुनियादी ढांचे के आधुनिकीकरण की दिशा में केंद्र सरकार की ओर से यह महत्वपूर्ण पहल की गई है। 
  • उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, पंजाब, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में ये आधुनिक गोदाम (साइलोज) स्थापित किए जाने हैं। पहले चरण में 14 स्थानों के लिए कुल 38 बोलियां लगी हैं। मंत्रालय के अनुसार कुल 15 पार्टियों ने साइलोज बनाने में रुचि दिखाई है।
  • देशभर में कुल 249 स्थानों (लोकेशन) पर 111.13 लाख टन भंडारण क्षमता के साइलोज बनाने का प्रस्ताव है। 
  • इस परियोजना को सरकारी व निजी भागीदारी (पीपीपी) से पूरा किया जाएगा। 
  • सरकार की योजना उपभोक्ता राज्यों में पर्याप्त भंडारण क्षमता बढ़ाना है। उत्पादक राज्यों में गोदाम बने हुए हैं, लेकिन उपभोक्ता राज्यों में कमी की वजह से कई बार मुश्किलें पेश आती हैं।
  • इस तरह की चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार ने आधुनिक टेक्नोलाजी वाले साइलोज बनाने का फैसला किया है।
  • इससे खाद्यान्न आपूर्ति श्रृंखला को मजबूत करने में मदद मिलेगी। प्रस्तावित साइलो को उपमंडी यार्ड घोषित किया गया है। इससे किसानों को अपनी उपज बेचने में मदद मिलेगी वहीं खाद्यान्न की ढुलाई और रखरखाव की लागत में भी कमी आएगी। 

Source – IE

Nirman IAS (Surjeet Singh)

Current Affairs Author