Daily News

विश्व शेर दिवस

10 Aug, 2022

चर्चा में क्यों ?

विश्व शेर दिवस हर साल 10 अगस्त को मनाया जाता है और इस दिन को मनाने के पीछे का उद्देश्य लोगों को शेरों के प्रति जागरूक करना है।

मुख्य बिंदु :-

  • हर साल 10 अगस्त को विश्व शेर दिवस मनाया जाता है। इस दिन शेरों को लेकर लोगों के मन में जागरूकता बढ़ाने और शेरों की घटती आबादी और संरक्षण पर जोर दिया जाता है।
  • विश्व शेर दिवस को मनाने की शुरुआत साल 2013 में की गई, ताकि शेरों की दुर्दशा और इन मुद्दों के बारे में लोगों को जागरूक किया जा सके और जो लोग जंगली शेरों के पास रहते हैं, उन्हें शिक्षित किया जा सके। साल 2013 से लेकर अब तक हर साल इस दिन को 10 अगस्त के दिन मनाया जाता है।
  • एशिया में सबसे ज्यादा शेर भारत में पाए जाते हैं. एशियाई शेर भारत में पाई जाने वाली सबसे बड़ी प्रजाति है. इसके अतिरिक्त अन्य चार रॉयल बंगाल टाइगर, इंडियन लेपर्ड, क्लाउडेड लेपर्ड और स्नो लेपर्ड हैं.
  • भारत एशियाई शेरों का घर है, भारत में पाए जाने वाले एशियाई शेरों की बात की जाए तो वह अब प्रतिबंधित गिर वन और राष्ट्रीय उद्यान और इसके आसपास के क्षेत्रों में ही पाए जाते हैं। हालांकि बीते दिनों की बात करे तो दशकों साल पहले ये पश्चिम में सिंध से लेकर पूर्व में बिहार तक फैले भारत-गंगा के मैदानों में स्वतंत्र रूप से घूमते थे।
  • पिछले साल जून में गुजरात सरकार द्वारा की गई जनगणना के अनुसार शेरों की आबादी में वृद्धि देखी गई। भारत में 2015 में शेरों की आबादी 523 थी, जो 2020 में 674 हो गई है। यानी 5 सालों में 29 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। जनगणना रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि उनका वितरण 2015 में 22,000 वर्ग किमी से बढ़कर 2020 में 30,000 वर्ग किमी हो गया है।
  • शेरों के इतिहास की बात करे तो आज से लगभग तीन मिलियन साल पहले एशिया, अफ्रीका, मध्य पूर्व और यूरोप में शेर स्वतंत्र रूप से घूमते थे। लेकिन बीते 100 सालों में शेर अपनी ऐतिहासिक सीमा के 80 प्रतिशत इलाके से गायब हो गए हैं। वर्तमान में शेर 25 से ज्यादा अफ्रीकी देशों और एक एशियाई देश में मौजूद हैं। हाल ही में किए गए सर्वेक्षण से पता चला है कि शेरों की संख्या 30,000 से घटकर लगभग 20,000 हो गई है।

शेर के बारे में –

  • सिंह (पेन्थेरा लियो) पेन्थेरा वंश की चार बड़ी बिल्लियों में से एक है और फेलिडे परिवार का सदस्य है। यह बाघ के बाद दूसरी सबसे बड़ी सजीव बिल्ली है, जिसके कुछ नरों का वजन 250 किलोग्राम से अधिक होता है।
  • जंगली सिंह वर्तमान में उप सहारा अफ्रीका और एशिया में पाए जाते हैं। इसकी तेजी से विलुप्त होती बची खुची जनसंख्या उत्तर पश्चिमी भारत में पाई जाती है, ये ऐतिहासिक समय में उत्तरी अफ्रीका, मध्य पूर्व और पश्चिमी एशिया से प्रलुप्त हो गए थे।
  • IUCN ने इसे असुरक्षित (Vulnerable) सूची में रखा है।

Source – Hindusthantimes

Nirman IAS (Surjeet Singh)

Current Affairs Author